रविवार, 10 जनवरी 2010

क्रिकेट

आइडिया कप पर श्रीलंका का अधिकार
रैना के शतक पर जयवर्धने का अर्धशतक भारी
मीरपुर, बुधवार, 13 जनवरी
FILEमहेला जयवर्धने की नाबाद 71 रनों की पारी की बदौलत श्रीलंका ने आइडिया कप के फाइनल में भारत को 4 विकेट से हरा दिया। श्रीलंका ने यह जीत उस वक्त दर्ज की जब मैच की 9 गेंदें फेंकी जानी शेष थीं।
भारत ने टॉस हारने के बाद 48.2 ओवरों में 245 रन बनाए थे, जिसमें सुरेश रैना के सर्वाधिक 106 रन शामिल थे। श्रीलंका की तरफ से 'मैन ऑफ द मैच' कुलशेखरा ने चार विकेट लिए। श्रीलंका ने 48.3 ओवर में 6 विकेट खोकर 249 रन बना डाले।
श्रीलंका को एक समय 15 गेंदों में जीत के लिए 15 और अंतिम 12 गेंदों में 9 रन चाहिए थे। श्रीसंथ की गेंद पर चौका लगाकर जयवर्धने ने 5 रन किया और फिर एक और चौका लगाकर टीम को जीत से एक कदम के फासले पर ला खड़ा किया। श्रीसंथ से किसी ‍चमत्कार की उम्मीद करना बेमानी थी और जयवर्धने ने विजयी चौका लगाकर अपनी टीम को भारत के खिलाफ 2 साल बाद जीत दिला दी। कुमार संगकारा को 'मैन ऑफ द सिरीज' के पुरस्कार से नवाजा गया।

श्रीसंथ सबसे खर्चिले साबित हुए और उन्होंने 9.3 ओवर में 72 रन लुटाए। आशीष नेहरा का दूसरे ओवर में घायल होना ही मैच का टर्निंग पाइंट रहा। महेला जयवर्धने ने अपने अनुभव का पूरा लाभ उठाया और वनडे करियर का 52वाँ अर्धशतक जमाया, जिसकी वजह से श्रीलंका खिताब का जश्न मनाने में सफल रहा।

हालाँकि जीत के लिए 246 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका टीम की शुरुआत खराब रही और आशीष नेहरा ने पहले ओवर की तीसरी गेंद पर उपुल थरंगा को खाता खोलने के पहले ही स्लिप में विराट कोहली के हाथों झिलवा दिया। तब श्रीलंका का खाता भी नहीं खुला था।

इस झटके के बाद लंका संभल गया और दिलशान और कप्तान संगकारा ने दूसरे विकेट के लिए 93 महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई। दिलशान (49) को युवराज सिंह ने विकेटकीपर धोनी के दस्तानों में समा डाला। संगकारा भी अर्धशतक (55) लगाने के बाद हरभजन की स्पिन के जाल में उलझ गए और युवराजसिंह ने कैच लपकने में कोई गलती नहीं की।

श्रीलंका ने 158 रनों के कुल स्कोर पर अपना चौथा विकेट थिलन समरवीरा के रूप में गँवाया। समरवीरा को 27 रनों के निजी स्कोर पर रविंदर जडेजा ने साफ बोल्ड कर दिया। इस विकेट ने भारतीय खेमे में नई ऊर्जा का संचार किया है।

जब श्रीलंका जीत से 57 रन दूर था, तब हरभजन सिंह ने अपने 10वें और अंतिम ओवर में कादम्बी (18) को पगबाधा आउट कर दिया। लंका जीत की दहलीज पर था कि उसका छठा विकेट रणदीव (17) के रूप में रन आउट हो गया लेकिन इसके बाद जयवर्धने ने परेरा को साथ लेकर अपनी टीम को 4 विकेट से शानदार जीत दिलाई।

इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत बेहद खराब रही। श्रीलंका के गेंदबाजों ने पहले 11 ओवरों में ही भारत के शीर्ष बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर दिया। कुलशेखरा और वेलेगेदरा ने भारतीय पारी को जमने से पहले ही बिखेर दिया। दोनों गेंदबाजों ने 11 ओवरों के खेल में ही पाँच दिग्गज बल्लेबाजों को पैवेलियन की राह दिखाई।

भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसके सलामी बल्लेबाजी गौतम गंभीर बगैर खाता खोले नुवान कुलशेखरा की गेंद पर दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से आउट हो गए। कुलशेखरा ने गंभीर को बोल्ड किया। गंभीर के आउट होने के बाद मैदान में आए विराट कोहली भी वेलेगेदरा की गेंद पर विकेट के पीछे कुमार संगकारा को मैच थमा बैठे। पूरी सिरीज में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले कोहली मात्र 2 ही रन बना पाए।

भारत के धाकड़ बल्लेबाज युवराजसिंह का बल्ला भी आज रन उगलने में असफल रहा। वह भी वेलेगेदरा की गेंद पर युवी स्लिप में समरवीरा को कैच दे बैठे। इसके बाद कप्तान महेंद्रसिंह धोनी भी 14 रनों के निजी योग पर कुलशेखरा की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।

भारत इन झटकों से अभी उबर भी नहीं पाया था कि वीरेंद्र सहवाग 42 रनों के निजी योग पर एक गैरजिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट हुए। 27 गेंदों में 42 रन बनाने के बाद सहवाग कुलशेखरा की गेंद पर विकेट के पीछे संगकारा के हाथों लपके गए।

लेकिन यहाँ से सुरेश रैना और रवींद्र जड़ेजा ने पारी को ‍संभाला। दोनों बल्लेबाजों ने कमजोर गेंदों को नसीहत देने की ‍नीति अपनाई। रैना ने आज बेहतरीन अर्धशतक जमाया और अपनी उपयोगिता साबित की। दूसरे छोर पर जड़ेजा ने रैना का बखूबी साथ दिया। दोनों बल्लेबाजों ने छठे विकेट के लिए 106 रन जोड़े। जड़ेजा 38 रन बनाने के बाद तिलकरत्ने दिलशान की गेंद पर पगबाधा आउट हुए।

जड़ेजा के आउट होने के बाद रैना ने अपने प्रहार जारी रखे और हरभजनसिंह को साथ लेकर भारतीय पारी को आगे बढ़ाया। रैना ने आज अपने एकदिवसीय क्रिकेट करियर का तीसरा सैकड़ा जमाया। हरभजन को साथ लेकर रैना ने सातवें विकेट के लिए 47 रन जोड़े, जिसमें हरभजन का योगदान सिर्फ 11 रनों का था। रणदीव ने हरभजन को पगबाधा आउट लेने में सफलता पाई।

रैना ने अपने शतक के लिए केवल 110 गेंदों का सामना किया और इस दौरान 9 चौके और एक छक्का लगाया। शतक लगाने के बाद रैना वेलेगेदरा की गेंद पर 106 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड हो गए। इसके बाद अन्य बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए और पूरी टीम 48.2 ओवरों में 245 रनों पर आउट हो गई। (वेबदुनिया न्यूज)



भारत आइडिया कप के फाइनल में
श्रीलंका 8 विकेट से पराजित
मीरपुर, 'मैन ऑफ द मैच' जहीर खान और अमित मिश्रा की धारदार गेंदबाजी के बाद शीषर्क्रम के बेजोड़ प्रदर्शन की बदौलत भारत ने रविवार को त्रिकोणीय एकदिवसीय श्रृंखला में श्रीलंका को आठ विकेट से हराकर आसान जीत के साथ बोनस अंक हासिल करते हुए फाइनल में प्रवेश किया।

श्रीलंका को 46.1 ओवर में 213 रन पर ढेर करने के बाद भारत ने सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर (86 गेंद में 71 रन), विराट कोहली (68 गेंद में नाबाद 71) और दिनेश कार्तिक (40 गेंद में 48) की उपायोगी पारियों की मदद से 17.2 ओवर शेष रहते हुए दो विकेट पर 214 रन बनाकर जीत दर्ज की। इससे पहले जहीर (38 रन पर तीन विकेट) और मिश्रा (40 रन पर तीन विकेट) की सटीक गेंदबाजी के आगे श्रीलंका के कप्तान कुमार संगकारा (68) और सूरज रणदीव (56) की टिककर खेल पाए थे।

अब भारत और बांग्लादेश के बीच सोमवार को होने वाला अंतिम लीग मैच बेमानी हो गया है और बुधवार को फाइनल में एक बार फिर यही दोनों टीमें आमने सामने होंगी।

कोहली ने अपने 18वें एकदिवसीय मैच में पाँचवाँ अर्धशतक बनाया जबकि 41 और 44 रन के स्कोर पर जीवनदान पाने वाले गंभीर ने 94वें मैच में 19वां अर्धशतक पूरा किया। वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और आशीष नेहरा के बिना खेलने उतरे भारत के अब तीन मैचों में दो जीत के साथ एक बोनस अंक सहित नौ अंक हैं जबकि श्रीलंका ने चार मैचों में तीन जीत दर्ज की है।

भारत और श्रीलंका के बीच यह 120वां एकदिवसीय मैच था और उसने ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच सर्वाधिक 120 मैचों की बराबरी कर ली है।

ग्रोइन की चोट के कारण पिछले दो मैच से बाहर रहे तिलकरत्ने दिलशान (33) ने आक्रामक शुरुआत करते हुए त्यागी पर पाँचवें ओवर में लगातार तीन चौके मारे। उन्होंने श्रीसंथ पर भी दो चौके मारे। दिलशान ने छठे ओवर में जहीर का स्वागत भी चौके के साथ किया लेकिन बाएँ हाथ के इस तेज गेंदबाज ने उन्हें गौतम गंभीर के हाथों कैच करा दिया।

जहीर ने इसके बाद पिछले मैच में शतक बनाने वाले महेला जयवर्धने (5) को शॉर्ट कवर में विराट कोहली के हाथों कैच कराया जबकि अगले ओवर में श्रीसंत ने भारत के खिलाफ पिछले मैच में नाबाद 105 रन की पारी खेलने वाले तिलन समरवीरा को खाता खोले बिना पैवेलियन भेज दिया।

तिलन कंदाम्बी (1) संगकारा के साथ गलतफहमी का शिकार होकर आउट हुए जबकि तिषारा परेरा (11) को मिश्रा ने युवराज के हाथों कैच कराया। संगकारा भी जूझारू पारी खेलने के बाद 30वें ओवर में युवराज की गेंद को उठाकर मारने के प्रयास में सुरेश रैना को कैच थमा बैठे जिससे श्रीलंका पर जल्द सिमटने का खतरा मंडराने लगा लेकिन रणदीव ने एक छोर संभालते हुए टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुँचाया।

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