मंगलवार, 15 जून 2010

पानी चंद्रमा पर मौजूद है

चंदा मामा के पास है पानी का अकूत खजाना


वैज्ञानिकों ने जितना सोचा था उससे 100 गुना ज्यादा पानी चंद्रमा पर मौजूद है। एक नए रिसर्च के मुताबिक पानी का यह खजाना पृथ्वी के इस इकलौते उपग्रह की सतह के अंदर बिखरा पड़ा है।

अमेरिका के वैज्ञानिकों के एक दल ने पाया है कि पहले जितना अनुमान लगाया गया था उसकी तुलना में चंद्रमा के खनिजों में 100 गुना ज्यादा पानी है। वैज्ञानिकों ने यह दावा अपोलो अंतरिक्ष मिशन और अफ्रीका में पाए गए चांद के एक उल्का पिंड के अध्ययन के बाद किया है। वैज्ञानिक जर्नल प्रोसिडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस में प्रकाशित खबर में वैज्ञानिकों ने बताया कि चंद्रमा के अंदर पानी हर जगह मौजूद हो सकता है।

वाशिंगटन के कार्नेजी इंस्टीट्यूट के फ्रांसिस मैक क्यूबिन ने इस दल की अगुवाई की। उन्होंने कहा कि 40 साल तक हम मानते रहे कि चांद सूखा है। लेकिन अब हमने पाया कि वहां पर पानी की मात्रा पिछले अध्ययनों की तुलना में दोगुनी है। मैक क्यूबिन ने कहा कि अगर आप वहां की चट्टानों में छिपे पूरे पानी की मात्रा पर गौर करें तो पाएंगे कि पानी की इस मात्रा से पूरे उपग्रह पर एक मीटर मोटी तह बिछाई जा सकती है।

खबर के मुताबिक पानी का यह खजाना आसानी से सुलभ नहीं है, बल्कि यह चंद्रमा के तल के भीतर की चट्टानों में समाहित है।

कोई टिप्पणी नहीं: