मे दैनिक राष्ट्रीय हिंदी मेल का सम्पादक हूँ.खुल्लम खुल्ला मेरी अभिव्यक्ति है .अपना विचार खुलेआम दुनिया के सामने व्यक्त करने का यह सशक्त माध्यम है.अरुण बंछोर-मोबाइल -9074275249 ,7974299792 सबको प्यार देने की आदत है हमें, अपनी अलग पहचान बनाने की आदत है हमे, कितना भी गहरा जख्म दे कोई, उतना ही ज्यादा मुस्कराने की आदत है हमें...
मंगलवार, 4 मई 2010
टीम इंडिया के साथ
वेलडन प्राची
कक्षा : सातवीं
स्कूल : एएनवी स्कूल, फरीदाबाद
रुचि : डांस, ड्रॉइंग और ट्रैवलिंग
आज से शुरू हो रहे टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के साथ मैदान में होगी नन्ही प्राची दुआ भी। वह वहां नेशनल एंथेम गाती हुई नजर आएगी। आओ मिलते हैं प्राची से..
यह छोटा-सा प्रोफाइल है एक साधारण सी बच्ची प्राची दुआ का, जो अब सेलिब्रिटीज की जमात में शामिल होने जा रही है। तुम यही सोच रहे होगे कि जाने-माने खिलाडियों के बीच ग्यारह साल की प्राची क्या कर रही है? हां, तो हैरान न हो। टी-20 वर्ल्ड कप क्रिकेट में उसे दुनिया भर के लोग क्रिकेट सितारों के साथ देखेंगे। दरअसल, वह क्रिकेट नहीं खेलेंगी, बल्कि टीम इंडिया में जज्बा भरने के लिए उनके साथ राष्ट्रगान में हिस्सा लेगी। प्राची के साथ देश भर से 15 लडकियां चुनी गई हैं। प्राची बताती है, दरअसल, मैदान में प्रवेश करने के बाद टीमें अपना-अपना राष्ट्रगान गाती हैं। मैं अपने देश की टीम के साथ राष्ट्रगान गाऊंगी। हर खिलाडी के साथ एक बच्ची होगी। मेरी ख्वाहिश है कि मुझे कैप्टन धौनी के साथ राष्ट्रगान गाने का मौका मिले। प्राची वेस्टइंडीज जाकर इंडिया के कल्चर का प्रचार-प्रसार करेंगी। वह कहती हैं, वहां के बच्चों के साथ कल्चरल-एक्सचेंज प्रोग्राम होंगे, जिनमें हिस्सा लेकर मैं अपने देश की खूबसूरती और यहां के गौरव का खूब बखान करूंगी। और हां, मैं अपने मेजबान कंट्री के बच्चों के लिए गिफ्ट्स भी ले जा रही हूं।आत्मविश्वास से लबरेज प्राची को इतना बडा मौका मिला कैसे? उसे इस महत्वपूर्ण आयोजन में एंट्री करने के बारे में किसने जानकारी दी? इस सवाल के जवाब में वह कहती है, फरवरी के अंतिम हफ्ते में मेरी क्लास टीचर ने हमें इस आयोजन के बारे में बताया था। ऑडिशन फॉर्म देते हुए उन्होंने बताया था कि ऑडीशन में सेलेक्शन का मतलब है टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम के साथ वेस्टइंडीज जाना।क्या तुम्हें यकीन था कि ऑडिशन देने के बाद तुम्हारा सेलेक्शन हो जाएगा? बिल्कुल-प्राची कॉन्फिडेंटली जवाब देती है। लेकिन कैसे? ऐसा जरूरी तो नहीं? क्यों नहीं, मैं शुरू से ही डांस कॉम्पिटिशन में अवार्ड्स लेती रही हूं। स्टेज शोज में हिस्सा लेना मेरे लिए कोई नई बात नहीं। इस तरह से यह ऑडिशन भी मेरे लिए मुश्किल नहीं था। मैंने यहां भी जिस गाने पर कहा गया, उस पर डांस किया, उसका वीडियो बना, उसे जज ने देखा और फाइनली मुझे कॉल आ गया। सच तो यह है कि कॉन्फिडेंस हो, तो सब कुछ संभव है-प्राची पूरे ठसक से जवाब देती है। वह वेस्टइंडीज अपने पापा के साथ गई है। जाने से ठीक एक दिन पहले अपनी पैकिंग, गिफ्ट्स, वहां होने वाले कल्चरल-एक्सचेंज प्रोग्राम आदि को लेकर वह काफी एक्साइटेड थी। फ्रेंड्स, टीचर, पैरेंट्स, बुआ, ताई सबके प्रोत्साहन और प्यार का जिक्र करते हुए वह फूले नहीं समा रही थीं, लेकिन एक अकेली बात ने उसे काफी सेंटी बना दिया था। वह कहती है, मेरे फ्रेंड्स मेरे वेस्टइंडीज जाने पर जितने एक्साइटेड और खुश हैं, उतने दु:खी भी। दरअसल, वे मुझसे बहुत प्यार करते हैं। इसलिए मेरे जाने की खबर सुनते ही वे रोने भी लगे। मैं भी उन्हें बहुत मिस करूंगी। प्राची पढाई में भी काफी अच्छी है। क्लास में हमेशा अच्छे नंबरों से पास होती रही है। एक महीने के वेस्टइंडीज टूर की वजह से वह पढाई में पिछड नहीं जाएगी? प्राची जवाब देती है, मेरे टीचर्स इस बात को अच्छी तरह समझते हैं कि क्लासेज मिस होने से मैं काफी पीछे रह जाऊंगी, इसलिए वापस लौटने के बाद मेरी रिकवरी के लिए वे एक्सट्रा क्लासेज की व्यवस्था करेंगे। प्राची पहली बार विदेश जा रही है। वैसे तो उसका पसंदीदा देश फ्रांस है, लेकिन द्वीपोंके किनारे बसे कई देशों के समूह वेस्टइंडीज की खूबसूरती को वह खूब एंज्वॉय करना चाहती हैं। दरअसल, उसे ट्रैवलिंग का बहुत शौक है।
और क्या-क्या अच्छा लगता है? यह पूछने पर वह बताती है कि ड्राइंग करना, बैडमिंटन खेलना खूब भाता है, अब चूंकि क्रिकेट की वजह से उन्हें टीम इंडिया का हिस्सा बनने का मौका मिल रहा है, तो वह इस खेल को भी खूब एंज्वॉय कर रही है। पसंदीदा क्रिकेट खिलाडी सचिन और द्रविड हैं। वह इस बात से थोडी दुखी हैं कि इस बार 20-20 में ये दोनों नहीं खेल रहे हैं।
बडी होकर क्या बनना चाहती है प्राची? इस पर वह थोडा ठहरकर अपनी फ्यूचर प्लानिंग का जिक्र करती हैं, मैं तो डॉक्टर बनना चाहती हूं, लेकिन अगर किसी वजह से ऐसा पॉसिबल नहीं हुआ, तो कोरियोग्राफर जरूर बनूंगी।
बेशक, जिस में इतना आत्मविश्वास हो और कुछ करने का जज्बा, वह जरूर अपनी मंजिल पाता है। ऑल द बेस्ट प्राची!
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