नई उलझनें भी पैदा होंगी...
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को लिव इन रिलेशनशिप को उचित ठहराते हुए कहा है कि जब दो लोग साथ रहना चाहते हैं तो इसमें क्या अपराध है। इस बाबत चुनिंदा लोगों से चर्चा की गई। जिनमें से अधिकतर का मानना है कि यह व्यक्तिगत मामला है तथा इस बाबत संबंधित लोगों को ही सोचना चाहिए। अलबत्ता लगभग सभी यह जरूर सोचते हैं कि इससे समाज प्रभावित होगा।
व्यक्तिगत मामला
सामाजिक कार्यकर्ता तपन भट्टाचार्य कहते हैं कि लिव इन रिलेशनशिप हरेक का व्यक्तिगत मामला है। लेकिन इस चलन के बढ़ने से समाज में जो परिवार नामक संस्था है, वह जरूर प्रभावित होगी। दो बालिग लोग यदि शादी के बिना एक साथ रहने या न रहने का फैसला करते हैं तो उनसे तो आप सवाल नहीं कर सकते। मगर इस दौरान उनके बच्चे होते हैं तो उनका भविष्य क्या होगा, यह एक बड़ा प्रश्न है?
भारतीय समाज में बढ़ावा नहीं मिलेगा
लिव इन रिलेशनशिप जैसी चीजों में उन लोगों की रुचि होती है जो भारतीय मूल्यों और संस्कृति में विश्वास नहीं करते हैं। युवा कवि उत्पल बनर्जी बताते हैं कि हमारी संस्कृति कुछ ऐसी है कि हम आत्मीयता के साथ परिवार बनाते हैं। जबकि इस कॉन्सेप्ट में परिवार की जिम्मेदारी या संस्कार का नामोनिशान तक नहीं होता। भारत में भी कुछ लोग इसमें रुचि रखते हैं लेकिन भारतीय समाज में इसे बहुत ज्यादा बढ़ावा नहीं मिलेगा।
कोई फर्क नहीं पड़ेगा
सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण गोखले कहते हैं कि लिव इन रिलेशनशिप का चलन महानगरों में ज्यादा देखने को मिल रहा है। यदि इसे मान्यता मिल गई है तो निश्चित रूप से उन युवाओं का समर्थन है जो इसमें विश्वास रखते हैं। हालाँकि मान्यता मिलने या न मिलने से बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ने वाला है। क्योंकि सही और गलत बातें समाज में पहले से ही मौजूद हैं।
बेहतर समझ के आधार पर साथ रहें
एमबीए के विद्यार्थी आशुतोष कहते हैं कि लिव इन रिलेशनशिप का फैसला सही है। क्योंकि वैसे भी अधिकतर मौकों पर यह देखने में आता है कि लोग शादी के बंधन में बँधने के बावजूद एक-दूसरे के प्रति समर्पण का भाव ज्यादा समय तक नहीं रख पाते हैं। इससे अच्छा है कि बेहतर समझ के आधार पर दो लोग साथ रहें।
अपना-अपना नजरिया
विद्यार्थी अंकुर कहते हैं कि हर व्यक्ति का अपना एक नजरिया होता है। लिव इन रिलेशनशिप का मसला भी ऐसा ही है। देश हो या विदेश न सभी लोग लिव इन रिलेशनशिप में रहते हैं और न ही सभी शादी करके रहते हैं।
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Achhi Maulik Rachna Aapke Dwara
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