सोमवार, 29 मार्च 2010

महानायक

तालिबानी हैं अमिताभ के आलोचक-मोदी
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी महानायक अमिताभ के समर्थन में आ गए हैं।

गौरतलब है कि बच्चन की मुंबई y में एक सरकारी कार्यक्रम में उपस्थिति को लेकर कांग्रेस नेताओं में असंतोष पैदा हो गया था, क्योंकि वे गुजरात के ब्रांड एंबेस्डर हैं और उन्हें मोदी का करीबी समझा जाता है।
मोदी ने अपने ब्लॉग पर राज्य में पर्यटन का प्रचार करने के लिए अमिताभ की आलोचना करने वालों को आड़े हाथ लेते हुए उन्हें ‘तालिबानी’ करार दिया है।
मोदी ने बच्चन को महान कलाकार बताया। उन्होंने कहा कि चौतरफा आलोचनाओं के बावजूद गुजरात की गौरवमयी विरासत और उसकी अस्मिता का जिस तरीके से प्रचार करने की उन्होंने जिम्मेदारी ली है, यह प्रेरणादायी है।
मोदी ने कहा कि गुजरात विरोधी अपने रवैये को आगे बढ़ाने के फेर में अस्पृश्यता के इन तालिबानी तत्वों ने अपना आपा ही खो दिया है। उन्होंने कहा गुजरात विरोध में अपने होश खो बैठे ये विकृत अस्पृश्यता के तालीबानी तत्व तो अब भारत में नमक खाने का विरोध करेंगे।
अमूल का दूध या मक्खन खाने पर प्रतिबंध लादेंगे, यहाँ तक कि युवाओं के डेनिम पहनने पर भी प्रतिबंध लादेंगे। वजह? क्योंकि यह सब गुजरात के हैं।
मोदी ने लिखा है दोस्तों, मेरा दिल अब भी यह मानने को तैयार नहीं है कि इन तालिबानों को उस नुकसान का अंदाजा नहीं है जो वे इस देश और हमारे समाज का कर रहे हैं।
गुजरात के मुख्यमंत्री ने गुजरात दंगा मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त एसआईटी द्वारा की गई मैराथन पूछताछ के बारे में भी ब्लॉग में लिखा है।
उन्होंने ब्लॉग में बताया है कि मैंने कानून की प्रक्रिया के साथ सहयोग किया और उसकी सर्वोच्चता को स्वीकार किया। मैं इस मुश्किल घड़ी में जनता के समर्थन और उनकी प्रार्थना के लिए उनका दिल से आभार व्यक्त करता हूँ।
गुलबर्ग सोसायटी नरसंहार मामले में उनकी कथित भूमिका के लिए एसआईटी ने उनसे शनिवार को नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। इस घटना में पूर्व कांग्रेसी सांसद अहसान जाफरी समेत 59 लोग मारे गए थे।

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